समैट कर ,संभाल कर खुद को समझाया कि वो सामने है मेरे यूँ तो पहचाना था तुझे पहले भी,पर खुले थे कई राज तेरे राज कहुँ या बया करने का खुद का तेरा अंदाज बेबाक तेरी हंसी ,पानी कर देने वाली तेरी नजर ,मानो कम पड़ गए थे मेरे अल्फाज kam pad gaye the alphaj