तन्हाई रूह की खुद में समेटकर खुद में ही बस ठहरा सा हूं... तेरे सफ़्हा-ए-अर्ज़ में, टुकड़ों की तरह बिखरा करता हूं...!! सफ़्हा-ए-आसमाँ = page of sky सफ़्हा-ए-अर्ज़ - संसार OPEN FOR COLLAB✨ #ATlostman • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨