नाजुक से हाथो में, जिसने थामी तलवार। अंग्रेजों से लढते लढते, जिसने त्यागे प्राण। वह थी एक विरांगणा, जिसे आज पुजता हैं सारा हिंदुस्तान। राणी लक्ष्मीबाई को मेरा शत शत प्रणाम। ©Mrunalini Mandlik Queen of the zhansi .