आप जो इतनी खूबसूरत हो , जी करता है तुम्हारा श्रृंगार बन जाऊं , कजरा बन कभी आँखों में बस जाऊं , तो कभी गजरा बन जुल्फों में फस जाऊं , कभी बिंदी बनकर माथे को चुमू , तो कभी होठों की लाली बन जाऊं , आप जो इतनी खूबसूरत हो , जी करता है तुम्हारा श्रृंगार बन जाऊं , मोती का हार बनकर गले है मिलना , कभी कलाईयाँ सजाऊं बनकर कंगना , मेहँदी बनकर हाथों में बस जाऊं , तो कभी पैरों में पायल बन जाऊं , आप जो इतनी खूबसूरत हो , जी करता है तुम्हारा श्रृंगार बन जाऊं , ©HEMANT HANDORE #shrungar