हर दिन यूँ कतरा कतरा टूटता हूँ! चँद रुपयो और घरवालो की खुशी के लिए रोज़ मालिक से डॉट खाता हूँ इस जिंदगी में अपना कौन है नही जानता हूँ! हर घंटा, हर मिनट और हर सेंकड खुद को अकेला सा पाता हूँ! मंदिर में वो भगवान भी अब अमीरो की सुनता है! न जाने किस बात पर वो मुझसे रूठा है! जब ज़िन्दगी को कुछ यूँ जीते जीते थक जाता हूँ! तो बे वजाह यूँ लोगो को फ़ुटपात पर हँसाता हूँ! बस ऎसे अपनी ज़िन्दगी तमाम करता हूँ! और हर दिन यूँ कतरा कतरा टूटता हूँ! #gif हर दिन कतरा कतरा टूटता हूँ! #moksha19