ग्रीष्म ऋतु तप्ष ऊमस भीष्म ग्रीष्म महा व्याकुल हृदय जल जीवन सब छिन्न है, है तत्काल प्रलय श्वास श्वास को भेदती, उष्म वायु प्रवाह इस ग्रीष्म यूं लगता है, सबकुछ होगा स्वाह #ग्रीष्म #ग्रीष्मऋतु #yqbaba #yqdidi #yqpoetry #yqbhaijan #kavita