खुशिया कम और अरमान बहुत है, जिसे भी देखो परेशान बहुत है ।। करीब से देखा तो निकला रेत का घर। मगर दूर से इसकी शान बहुत है duniya खुशिया कम और अरमान बहुत है, जिसे भी देखो परेशान बहुत है ।। करीब से देखा तो निकला रेत का घर। मगर दूर से इसकी शान बहुत है