शक्ति तुझको प्रणाम, मेरे घर में आओ मईया लाल चुनरियां डाल, पान,सुपारी,ध्वाजा,नारियल सब है तैयार, भेट चढाऊं मईया साथ सोलह श्रृंगार, ममता हृदय बरसाती प्रेम नयन सुख का द्वार, मुख ज्ञान का वास स्शान, दे दो मय्या अपने चरणों में स्थान, शरद के पावन ऋतु में, भ्रमण करती कर धारण रूप नन्ही बालिका, देती दर्शन,हरती हर दु:ख दर्द, देती जीवनदान आशाओं का, घर संसार,धन सम्पत्ति सुख,हो संतान अभिलाषा, माता के नवरात्रि व्रत से पाते सब सुख मनोभाव अभिलाषी। मेरी भी मां नवरात्रि व्रत को पूर्ण करने सहायता करना। काम,क्रोध,लोभ,मोह,अज्ञान से हमें मुक्त करना।