दुनियां से रिश्ता निभाते निभाते हम खुद से ही ना जाने कितना दूर चले जाते हैं, औरों की पसंद - नापसंद का ख्याल रखते रखते हम खुद को लेकर बेख्याल हो जाते हैं, दूसरो को संभालते संभालते हम खुद बिखर चुके होते हैं, उफ़! हम खुद ही खुद को कभी नहीं समझ पाते हैं । ©Anamika Patel #रिएलिटी