रुध जाता है आज भी कंठ, खुश्क आंखें भी अश्कों से भर जाती हैं। जब भी उन तीन शहीदों की शहादत स्मृति पटलों पर उभर आती है।। सवाल हिफाजत-ए-वतन का था, वो निज प्राणो की आहूति भी दे गये। सवाल आज हम पर है, हम तो उनकी कुर्बानी की गाथाओ को भी बिसार गये।। क्या खाक पैदा होगे वीर, जब हर मां सुनायेगी गुड्डे-गुड़ियों की कहानी। अब तो बचपन गुजर रहा है देख डोरेमोन की कहानी।। सारी उम्र जिनकी गुजरी हो तजुर्बो की खोज में, कौन सुनायेगा वीरों के शहादत के क़िस्से। जब बुढ़ापा भी काट रहे है लोग , अज्ञानी बाबाओं की खोज में।। अब ये कलम भी मूक है एक कदम नहीं चलती। हम तो देशभक्त हैं हमें शर्म नहीं लगती।।-2 -dj broken heart #शहीदो#की#याद SingerRahulOfficial Aazadपँछी स्वाति झा