ज़िंदगी जीने का एक बहाना पड़ा है खतूत में सिमटा एक जमाना पड़ा है मेरी पास जो हैं क्या तुमको खबर है काग़ज़ में लिपटा इक खजाना पड़ा है किये थे जो वादे कागज़ पे लिख के अकेले ही मुझको,सब निभाना पड़ा है जो लिखा है उनमें, मैं गाता हूँ अक्सर जैसे उभरा इनपे कोई तराना पड़ा है सोचोगी कि सब कुछ तो हासिल हुआ मगर मेरे बिन कुछ तो गँवाना पड़ा है जला दूँ मैं इनको या सहेज कर रखूं फिर खुद से खुद को लड़ाना पड़ा है मालूम था मुझको फिर उदासी मिलेगी मगर डाकिया देख मुस्कुराना पड़ा है लिखावट ये तेरी बताती है मुझको तुझे झूठ कैसे सब सजाना पड़ा है #cinemagraph #letter #yqdidi #bestyqhindiquotes #yqhindi #vishalvaid #विशालवैद Priya Omar inspired by ur short poem on letters. उसके बाद हमने सनम को खत लिखा गाना सुना। और जो बना कच्चा ,पक्का खट्टा मीठा सब लिख दिया।