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बैठी थी पास मेरे बांह से बांह टकरा गई, हुआ जो स्पर

बैठी थी पास मेरे बांह से बांह टकरा गई,
हुआ जो स्पर्श उनकी कोमल त्वचा का,
मेरे रोंगटे खड़े कर दिल में प्यार जगा गई...

(Read in caption for fun) बैठी थी पास मेरे बांह से बांह टकरा गई,
हुआ जो स्पर्श उनकी कोमल त्वचा का,
मेरे रोंगटे खड़े कर दिल में प्यार जगा गई,

उठ के जाने लगी तो पूछ बैठा ये शायर दिल,
फूलों सी कोमल त्वचा का राज़ तो बता जाओ,
लगाती तो डव, लक्स, पेयर्स या गोदरेज न.1,
किसका है कमाल जरा इतना तो बता जाओ,
बैठी थी पास मेरे बांह से बांह टकरा गई,
हुआ जो स्पर्श उनकी कोमल त्वचा का,
मेरे रोंगटे खड़े कर दिल में प्यार जगा गई...

(Read in caption for fun) बैठी थी पास मेरे बांह से बांह टकरा गई,
हुआ जो स्पर्श उनकी कोमल त्वचा का,
मेरे रोंगटे खड़े कर दिल में प्यार जगा गई,

उठ के जाने लगी तो पूछ बैठा ये शायर दिल,
फूलों सी कोमल त्वचा का राज़ तो बता जाओ,
लगाती तो डव, लक्स, पेयर्स या गोदरेज न.1,
किसका है कमाल जरा इतना तो बता जाओ,