रंग जीवन में भरना मुझे आ गया अब सलीके से जीना मुझे आ गया पहले डरती थी रस्म ओ रिवाज से सादगी से मुँह बनाना मुझे आ गया जिन जिन बातो से परहेज थी मुझे डट कर ना कहना मुझे आ गया दर्द कितना ही गहरा क्यु ना हो नूर ए हसी छलकाना मुझे आ गया तेरी बातों का असर यू हुआ दिल पर गिरकर सँभल जाना मुझे आ गया अब मुश्किले जितनी भी आए बिखरकर जुड जाना मुझे आ गया सुप्रभात। पल-पल हमें इस जीवन में रंग भरते रहना है, जिसको यह हुनर आ गया उसे जीना आ गया। #जीवनरंग #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi