आज हर शख्स खुद को क्यों जलाए बैठा है दूसरों के कामों में खुद को क्यों भुनाए बैठा है शिवेश करते रहो तुम अपना काम बिना किसी के प्रभाव में उनके पास कोई काम नहीं है इसलिए वो तुम्हारे कामों में अड़ंगा गड़ाए बैठा हैं कुमार शिवेश झा