जब दिल टुट गया तो तुम, दिल लगाने की बात करते हो। ज़ख्म भरा नहीं और तुम, चोट खाने की बात करते हो। दिल में उठा धुआं और तुम, आग जलाने की बात करते हो। मैं मर गया हूं और तुम, क़यामत की बात करते हो। ठेस लगी मुझे घायल हुआ तुम, उठने की बात करते हो। मेरा दिल कांप उठा और तुम, पास आने की बात करते हो। "दीप"बेवफ़ा दुनिया में वफ़ा की तुम, पसाने की बात करते हो। होंठों को गिला करके क्यों तुम, प्यास बुझाने की बात करते हो। ©Kumar Deep Bodhi जब दिल टुट गया #जबदिलटूटेगा