तू अर्जुन का गांडीव सुघर,तू चक्र सुदर्शन नटवर का। है पांचजन्य सा शंख घोर,रणघोष भयंकर हर हर का।। राणा प्रताप का भाला तू,सूरजमल की तलवार प्रखर। शेखर की पिस्टल,भगत सिंह का तुम ही हो फौलादी स्वर।। ✍️जीतेन्द्र✍️ ©Jitendra Singh #YUVA