कहानी दिल टूटा हैं कई बार शायद इसीलिये जुड़ने से अब डर रहा हैं कितनी मोहब्बत हैं तुमसे मुझें ख़ुद को नहीं पता? लेकिन फ़िर भी जब जब तुम्हें देखता हूँ। लगता हैं जैसे रेगिस्तान की भरी गर्मी में , किसी प्यासे को पानी की सौगात मिल गयी हो। ~रवि #love story#hindi poetry#friendship#love# pyar ki kahaniya