हमारी मातृभाषा हिंदी ही हमारी पहचान है, हर धर्म की ये जान हैं, अपनी बात रखने और दूसरों की समझने का अटूट विश्वास है, मातृभाषा हिंदी से ही भारत की गरिमा भारत की पहचान है, जो मन का सुने मन की कहे ये इकलौती अहम किरदार है, जो छिड़ जाए युद्ध, यह मिटाता झगड़े को कराता सही गलत की पहचान है... हमारी मातृभाषा भारत माँ की तिरंगे की रखता लाज है.. हमारी संस्कृति हमारी उन्नती का ये महत्वपूर्ण भूमिका, हमारी अभिलाषा है... हिंदी मात्र एक भाषा नहीं मन से मकान तक का रास्ता, यहि हमारी खूबसूरत बोलचाल की सुंदर ज़रिया सुंदर आत्मज्ञान है!! 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫प्रतिस्पर्धा में भाग लें "मेरी रचना✍️ मेरे विचार"🙇 के साथ.. 🥇"मेरी रचना मेरे विचार" आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों का प्रतियोगिता:-०७ में हार्दिक स्वागत करता है..💐🙏🙏💐 🥈आप सभी ८ से १० पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। विजेता का चयन हमारे चयनकर्ताओं द्वारा नियम एवं शर्तों के अनुसार किया जाएगा।