मैं दिखावा कर नही पाता, शायद इसीलिये कोई मेरा हो नही पाता....!! हां मानता हूँ मैं, नही आता मुझे दिखावा करना, अपनेपन का झुठा ढोंग करना । मीठी-मीठी बातें करना, शब्दो मे सजाकर झुठ कहना। मैं जैसा हूँ, वैसा ही रहूँगा,