धुएँ का गीत फुल पर चलते पंखे में भी सिगरेट सुलगाये जाता हूँ अंगारों में जलता जाता धुआं उड़ाये जाता हूँ तुझे याद करते करते एक गीत बनाये जाता हूँ। गीत अनोखा सिगरेट वाला कोई सुने तो क्या बोलेगा यही सोचता जाता हूँ मैं मुस्काए जाता हूँ तुझे याद करते करते एक गीत बनाये जाता हूँ। बिरह की पी ली मिलन की पी ली तेरी दुनिया डिब्बी में जी ली बिरह का था या मिलन का था ये गीत नाश या सृजन का था खाली डिब्बी है घूर रही उसको उलझाए जाता हूँ तुझे याद करते करते एक गीत बनाये जाता हूँ। #NaveenMahajan धुएँ का गीत