उम्मीदों के कटघरे में खड़ा हूं मैं अपनों का ही क्यों अपराधी हूं मैं अब जमानत कैसे मिलेगी मुझको अभी भी उन्हीं के प्यार की जंजीरों में बंधा हूं मैं #Trust💔 #Jangir( Bandhan) #Guru_ ki_Kalam #motivatedthoughts #poetry #always_be_guru🖤