आधे अधूरे मन से किए गए कार्य फलित नहीं होते और यदि होते भी हैं तो उनका परिणाम अपना सुखद नहीं होता अधूरे मन से कार्य करना अपने प्रति किए जाने वाला सबसे बड़ा अन्याय है आपकी उर्जा भी गई और कारें भी मन का ना हुआ जब किसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आवश्यक क्रम को पूर्ण मनोयोग के साथ संपन्न किया जाता है तब करता और उसकी कृपया यह उपलब्धि कुंदन सी चमकती है ©Ek villain #wait #आधे अधूरे मन से अपने कार्य को ना करें पूरे मन के साथ करें