कुछ गलती हमारी थी कुछ गलती तुम्हारी थी न माना किसी ने न मनाया किसी ने ताली एक हाथ से बजती नही हम दोनो को ज़िद प्यारी थी प्यार था बहुत दोनो को एक दूजे से लेकिन एक को अहम दूसरे को गुस्से की बीमारी थी जब टूटा था रिश्ता , टूटे थे हम आँखों से बहा जो , ये हम दोनो के दिल की लाचारी थी। फिर मिलना हुआ नही तुमसे न कोशिश हमारी थी , न कोशिश तुम्हारी थी हम दोनों को अपनी अपनी ज़िद प्यारी थी ताली एक हाथ से नहीं बजती। #ज़िद #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi