Nojoto: Largest Storytelling Platform

तू ही मुझमे शामिल है मेरा मुझमे कुछ भी रहा नहीं,

 तू ही मुझमे शामिल है मेरा मुझमे कुछ भी रहा नहीं,
जज़्बात का दिल में दरिया है लेकिन वो भी बहा नहीं..!

ख्वाइशें पूरी करूँ सदा जो मुख से कभी कहा नहीं,
तू ही सारे जख्मों का मरहम तू ही मेरी दवा रही..!

दिल में मेरे घर कर लो तुम इससे बढ़िया जगह नहीं,
तू ही मेरी दुनियाँ है और खुशियों की मेरी वजह तू ही..!

तू बना रहे मेरा चाँद सदा मैं रहूं तेरा आकाश वही,
अंधकार भरे मेरे जीवन में तुम सिद्धि का प्रकाश नई..!

ढूंढूं तुमको इधर उधर इक तुम हो मुझको दिखी नहीं,
जो झाँका खुद के मन के भीतर तुम बसी हो हृदय में यहीं..!

तुम रहना बन के साया मेरा मैं चलूँ जहाँ भी यूँही कहीं,
मैं बन के रहूं आसमान तुम्हारा तुम रहना बनके मेरी जमीं..!

©SHIVA KANT
  #mujhmesaamiltu