वो मुफलिसी में जी रहा था,वह फकीर था, वह अपनी दुनियाँ का,खुद ही वजीर था। उसने कितनों को राह दी,कितनों को चाह दी, दौलत से गरीब था,मगर दिल का अमीर था।। Diwan G दिलवाला #फकीर #अमीर #वजीर #राह #चाह