दर्द में तुम हो दर्द में हम भी हैं ये दर्द को जिताने की होड क्यूं ? एक है मंज़िल एक है रास्ता चाल चलन पर इतना गत्यवरोध क्यूं ? मेरा इलाज तुम हो मै हूं तुम्हारी मलहम ये दिमाग में चड़ी हुई कोढ़ क्यूं ? कर्ज जुदा हैं मर्ज जुदा हैं पर दर्द तो दर्द है ना बेबुनियाद अवरोध क्यूं ? #talesofmuddledmind