जिंदगी का आयना देखने को, हर वो किताब अखबार उपन्यास पत्रिका पत्र कहानी शब्द रियाज़ी लब्ज़ नज्में शायरी गजल और उनकी मोहब्ब्त सब कुछ मैंने पढ़ा, बस उनकी आंखों को नहीं पढ़ा, ©Alok Kashyap #कातिल_नज़र Dhyaan mira Anshu writer