कुछ ऐसा संगीत बनाओ प्रिये बरखा के गीत सुनाओ प्रिये है हृदय मेरा चातक जैसा चातक की प्यास मिटाओ प्रिये॥ जैसे बादल की दामिनी, जैसे चन्द्रमा की चान्दनी, जैसे हो हंस की हंसिनी, वैसे मेरी बन जाओ प्रिये। है हृदय मेरा चातक जैसा, चातक की प्यास मिटाओ प्रिये॥ तुम सुन्दरता से सुन्दर हो तुमसे सुन्दर ना और कोई, तुम जीवन का आधार मेरी तुम बिन न ठिकाना ठौर कोई। जैसे सागर में मिलती है नदी वैसे मुझमें मिल जाओ प्रिये, है हृदय मेरा चातक जैसा चातक की प्यास मिटाओ प्रिये॥ #NojotoQuote कुछ ऐसा संगीत बनाओ प्रिये बरखा के गीत सुनाओ प्रिये है हृदय मेरा चातक जैसा चातक की प्यास मिटाओ प्रिये॥ जैसे बादल की दामिनी, जैसे चन्द्रमा की चान्दनी, जैसे हो हंस की हंसिनी,