महज़ किनारे से तूफान का अंदाज़ा नहीं होता, हर किश्ती का तूफान से नाता नहीं होता। डूबा देती है चंद लहरे ही किश्ती को मेरी, सारे समुंद्र से उलझू इतना ज्यादा नहीं होता। दौड़ कर आती है लहरे किनारे से मिलने को, हर लहर के मुक्कदर में किनारा नहीं होता। किसी उलझन में लगता है ये सागर मुझको, ये हर रोज़ का आना-जाना सबसे नहीं होता। #yqtufan #yqkinara #yqsamandar #yqlahar #yquljhan #yqkishti #yqsaumitr