बड़ी अजीब सी दुनिया है, बड़े अजीब है लोगबाग यहां। हर तरफ खार ही खार है जिधर कहते है उसे बाग़ यहां।। कल बोल रहा था वो हुक्मरान अपने पैरवीकारो से नफरत के बीज बो दो भक्तो है मजहब की खाद यहां।।