भूली हुई कहानी; फिर याद आई आज जो गुज़रे पल संग तेरे;फिर स्मृति में उभरे आज तेरी वही शख्शियत;छा गई मन-मस्तिष्क पर आज भूली थी जिन बातों को;फिर बुदबुदाने लगा मन आज सो गये थे जो भाव अंतस में; फिर जाग मचल उठे आज छूट गया था जो पुराना सब;फिर नया-सा शुरू हुआ आज बदल ली थी जो राह कभी;वही राह फिर से पकड़ ली आज..! Muनेश..Meरी🌺 #भूलीकहानी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi