एक दिन ऐसा होगा कि एक दिन ऐसा भी आयेगा.. तू मुझे ढूंढोगे... पर मैं मिल नहीं पाऊँगा... वक्त के साथ साथ... मैं भी बदल जाऊँगा... जब तेरा मिजाज बदला... फ़िर भी मेरा मिजाज ना बदला... इरादा तेरा नेक ना था... फ़िर भी चली थी.... मोहब्बत का फरियाद करने... हाथों को थाम के मेरे... खायी थी तूने वो झूठी कसमें... सब बेगाने से हो गये वो झूठी रसमें... अब तू ना रही और मैं ना रहा तेरे बस में.. यादों के झरोखे में बसी थी तेरी हर बात... जब भी याद करता हूँ मैं तुझे... छलक के आँखो से आँसू.... दगा दे जाता हैं जज्बात.... क्यों किया तूने ऐसा... एक पल में प्यार की एहसास जगाके... नयनो से नयना मिलाके.... मन के भावों में प्रीत जगाके.... अपनेपन का एहसास दिलाके.... एक पल में दुर चली गयी.... चल जो किया तूने वो तेरा बड़प्पन था.. तेरी हर गुनाह में तेरा लड़कपन था... अब कभी लौट के मत आना.. मेरी गलियों में... एक दिन ऐसा भी आयेगा.. ...तुझे मेरी याद बहुत सतायेगी.. जब भी तुम मुझे याद करोगी... खुद से मिन्नतें फरियाद करोगी... फ़िर भी मैं लौट के ना आऊँगा कभी... प्रकाश सिंह भूमिहार.. #oneday Bhavana Pandey Ishu Priya ÄŘTIFIÇEŘ