बड़ी अनजान सी है वो मेरे कॉलेज की लड़की है वो आती है संभलकर वो बड़ी दूर से मगर अनजान सी है वो जो मिलना चाहे धूप उससे तो छाब सी है , मेरे कॉलेज की लड़की है वो शाम भी ढलती है पहर के साथ मगर चाँद की कि तोहीन है वो मेरे कॉलेज की लड़की है वो कहीं दफ़ा बात की मैंने उससे मगर हर दफ़ा नई सी है वो मेरे कॉलेज की लड़की है वो #poetry #collegedairy #digital_platform #stayhome #covid-19