क्यों थम गया है तू, ज़िन्दगी मुझसे ये सवाल करती है, रुकता है वो ही, जिसकी एक मंजिल नहीं होती, उसका, मंजिलें इंतज़ार करती है... . - मयंक भारत भूषण लौतरिया क्यों थम गया है तू, ज़िन्दगी मुझसे ये सवाल करती है, रुकता है वो ही, जिसकी एक मंजिल नहीं होती, उसका, मंजिलें इंतज़ार करती है... . - मयंक भारत भूषण लौतरिया #itsbymayank #louteriya