Nojoto: Largest Storytelling Platform

याद तो आज भी आती है तुम्हारी सी।


      याद तो आज भी आती है तुम्हारी सी।
                  कुछ भीनी , कुछ प्यारी सी।।
इन्हीं लम्हों की यादों का तो सहारा है,
तभी हर एक लम्हा तेरे बिन गुजारा है।
          जैसे हमने इन लम्हों को संवारा है,
   यादों से निकलना अब कहां गंवारा है।।

 PC

      याद तो आज भी आती है तुम्हारी सी।
                  कुछ भीनी , कुछ प्यारी सी।।
इन्हीं लम्हों की यादों का तो सहारा है,
तभी हर एक लम्हा तेरे बिन गुजारा है।
          जैसे हमने इन लम्हों को संवारा है,
   यादों से निकलना अब कहां गंवारा है।।

 PC
nojotouser8696029376

साहस

New Creator