हम उनके इंतजार में कुछ यूं बैठे रहे कि धड़कन भी अपनी सुनते रहे, जो हुई कोई भी आहट कहीं से, ऐसा लगा वो हमें याद कर रहे हो जैसे; पर अपनी ये किस्मत कहां इतनी दुरुस्त जो प्यार में हमारे इतना हो कोई मस्त कि इतनी सिद्दत्त से हमे वो याद करे, चंद नगमे प्यार के पढ़े, नहीं सिर्फ विवाद करे। ©अनुपम मिश्र #Light #love #fate #destiny