नमन तुम्हे शिव! हर क्लेश और तम का नाशक, अभ्रक ज्योति, श्वेत व सुन्दर श्वेत कमल के खिलने जैसा, अट्टहास से ज्ञान बिखेरे; जो निरत रहे आत्मध्यान में, दर्शन देता ह्रदय कमल में, राजहंस जो शांत झील का मेरे मन की, रक्षक मेरा, नमन है उसे! ©kishan jha Maha Shivaratri #MAITHILBABU