सालों के बाद कोई फिर टकराया है दिल का दर्द शायद फिर उभर आया है मिट जाएंगी सभी दूरियां ये जहन मे ख्याल आया है खुलेंगे फिर वही अतीत के पन्ने फिरसे दोहराएं जाएंगे चल भाई छोर ना उसे आगे बढ़ते हैं ।। चल छोर ना भाई, आगे बढ़ते हैं ।। . . . . . . .