रात बहुत गहरी थी मगर हम सोए नहीं दिल में दर्द भी बहुत था मगर हम रोए नहीं, कोई नहीं था हमारा जो हमसे पूछे कि, जगे हो किसलिए और किसलिए सोए नहीं !!! #शायरी #विचार#कविता#जज़्बाती_शब्द#अनकहे_अल्फ़ाज़