दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है मिर्ज़ा ग़ालिब ( पूरी ग़ज़ल अनुशीर्षक में पढ़ें ) #NojotoQuote Mirza Ghalib Shayari Ghalib Shayari In Hindi दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है आख़िर इस दर्द की दवा क्या है हम हैं मुश्ताक़ और वो बे-ज़ार या इलाही ये माजरा क्या है