#Worldsmileday कुछ सपने अकसर बिखेर देती हुं वो चुन चुन कर उन्हे सजाता है जब दिल और दिमाग मे जंग छिड़ी हो वो प्यार से उन्हे समझाता है। वो चेहरा बिलकुल मुझसा है मुझे मेरी याद दिलाता है। मैं कितनी नादान हूं मैं खुद से ही रूठा करती हूं बाद मे रोने के डर से खुलकर हंसने से डरती हूं। वो करके तारीफ़ मेरी मुझे मुझसे ही मनाता है, फिर खुद कुछ जोर से हंसकर मुझे भी बहुत हंसाता है। वो चेहरा बिलकुल मुझसा है मुझे मेरी याद दिलाता है। #shortlyhuge#nojotopost #nojotohindi#kavishala #wochehra