चंद लम्हे क्या बिताए हमने उनकी बाहों में, इंतज़ार की घड़ियां भी बितानी पड़ी आहों में। ख़ुदा ना करे कि जुदा हो कोई मोहब्ब्त से, जुदा भी हो,तो आंसू ना आए उसकी निग़ाहों में। #dndhirendra #shayari #hindiwritter