कभी #रात_दिन तेरी याद में, मसगूल रहते थे कभी, कभी दिल लगाया था आपसे, अब दिल की दर्द है आप ही, क्या ख़ता हुई क्यों ज़ुदा हुई, ये बताया भी नही आपने, देकर दर्देदिल कहां चल दिए, तनहाईयों में छोड़ कर, अब रात दिन तेरी याद में, मेरा गुज़र रहा है वक़्त अब, तनहाईयां धीरे धीरे अब, मुझे ले रहीआगोश में..! #अजय57 इश्क़..