गम की दौल़त मुफ़्त लुटा दूं बिल्कुल नहीं, अश्कों में यह दर्द बहा दुं बिल्कुल नहीं; तूने तो औका़त दिखा दी है अपनी, मैं अपना मयाऱ गिरा दूं बिल्कुल नहीं।। अज्ञात 🔭 . ©- चाणक्य (के अनकहे लफ्ज़) #PhisaltaSamay #कविता #लेखक #story #poem #Hindi #Live #Life #New