मुझको हर हाल में बख्शेगा उजाला अपना चाँद रिश्ते में नहीं लगता है मामा अपना, रोते हुए पोंछे थे किसी दिन मैंने आँसु मुद्दतो नहीं धोया माँ ने दुपट्टा अपना ©MOHD Vanik #maa❤️❤️