शिक्षक और गुरु में एक बारीक फर्क होता है। शिक्षक शिक्षा तो दे सकता है लेकिन, संस्कार देने के लिए शिक्षक को गुरु की भूमिका निभानी पड़ती है। शिक्षक दिवस का मतलब ही यह है कि शिक्षक में गुरु को देखें और उनसे संस्कार लें। बहुआयामी ज्ञान की आवश्यकता के इस दौर में एक छात्र की सफलता की यात्रा में हर शिक्षक की वंदनीय भूमिका होती है। नई पीढ़ी के बच्चे शिक्षक (या गुरु) की गरिमा, मान और उनके दिए सूत्रों को समझकर जीवन में उतारें। ऐसा करने से जीवन की राह और आसान हो जाएगी। #teachersday #today #love #life #ethicalabhishek #www.ethicalabhishek.xyz #ltd