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, में वहीं हूं जो तेरे साए

                        , में वहीं हूं जो तेरे साएं में रहता हूं लेकिन वो रहना भी ना के बराबर है। ए घर क्या तुम मुझे पहचानते हो, में वहीं हूं जो रातभर तेरी छाव के नीचे सोकर देखे सपने सुबह उसे पुरे करने निकल जाता हूं। ए घर क्या तुम मुझे पहचानते हो, में वहीं हूं जो दिन भर भटकते रहता हूं और जब थक जाता हूं बस तुम्हे याद करता हूं। ए घर क्या तुम मुझे पहचानते हो, में वहीं हूं जिसे बस तुम्हे देखकर मेरे मन को शान्ति की प्राप्ति होती है। #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi #house #gharkiyaad #sixtiethquote
                        , में वहीं हूं जो तेरे साएं में रहता हूं लेकिन वो रहना भी ना के बराबर है। ए घर क्या तुम मुझे पहचानते हो, में वहीं हूं जो रातभर तेरी छाव के नीचे सोकर देखे सपने सुबह उसे पुरे करने निकल जाता हूं। ए घर क्या तुम मुझे पहचानते हो, में वहीं हूं जो दिन भर भटकते रहता हूं और जब थक जाता हूं बस तुम्हे याद करता हूं। ए घर क्या तुम मुझे पहचानते हो, में वहीं हूं जिसे बस तुम्हे देखकर मेरे मन को शान्ति की प्राप्ति होती है। #YourQuoteAndMine
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shivamsoni3155

Shivam Soni

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