" मुख्तलिफ ख्याल तेरा परेशान कर रहा , कभी जाम कभी पानी का मतलब समझा रहा , कभी उलझ के कभी सुलझ के तेरी बातें करता , हर एक पल में तेरी मैजूदगी - बेज़ारी का मतलब समझ रहा ." --- रबिन्द्र राम " मुख्तलिफ ख्याल तेरा परेशान कर रहा , कभी जाम कभी पानी का मतलब समझा रहा , कभी उलझ के कभी सुलझ के तेरी बातें करता , हर एक पल में तेरी मैजूदगी - बेज़ारी का मतलब समझ रहा ." --- रबिन्द्र राम #मुख्तलिफ #ख्याल #सुलझ #मैजूदगी #बेज़ारी #मतलब