दिसंबर, चाय और ठंड शीशे पर छोड़ी भाप उसपे नाम लिख दिया चाय की चुस्कियों में ज़िक्र छेड़ दिया सर्द रातो में उन लम्हों में हमे थामा जिसमे तुमने हमसे मुँह फेर लिया। दिसम्बर ही तो था ठंड भी वही है बस तुम साथ नही हो। -Sardaraa #sardaraa_writes #bollywood #writer #lyricist #poetlife