ना तुम बदले ना हम बदले जाने फ़िर क्या बदल गया। अक्सर सुनते हैं लोगों से, "यार, ज़माना बदल गया"।। "बात है ये इक बार की" कहते कहते मां सो जाती थी, लेकिन अब वो किस्सों वाली नींद का किस्सा बदल गया। उनके हर शक को ब्यौरा हम देते आये मुद्दत से हमने पूछा,"आखिर क्यों?" तो यार पुराना बदल गया औरत बनने को बिटिया मां बाबुल का घर छोड़ चली पर बिटिया बन लौटना चाहा तो घर सारा बदल गया ना तू मेरा ना मैं तेरा, सब बस अपने अपने हैं रंगत देख के मौसम की हर दिल का नज़ारा बदल गया #अंजलिउवाच #YQdidi #बदलगया #ज़माना #मांबाबुल #रंगत #मौसम